देखिए Highlights : इंडिया ने पाकिस्तान को हरा जीत ली लिजेंड्स की वर्ल्ड चैंपियनशिप!




बारबाडोस (Barbados) से बर्मिंघम (Birmingham) तक। चाहे युवाओं की क्रिकेट (Cricket) हो, या जवानों की या बुजुर्गों की। हर क्रिकेट (Cricket) में इंडिया (INDIA) धोता है पाकिस्तान (Pakistan) को। अब जून 7 को Rohit Sharma (रोहित शर्मा) की टीम (Team) ने T20 के वर्ल्ड कप (World Cup) में पाकिस्तान (Pakistan) को धोया। इससे पहले पिछली नवंबर में ODI के वर्ल्ड कप (World Cup) में इंडिया (INDIA) ने पाकिस्तान (Pakistan) को अहमदाबाद में धोया था। अब हमारे बुजुर्गों ने पाकिस्तान (Pakistan) की टीम (Team) को वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (World Championship of Legends) के फाइनल (Final) में हरा के Trophy (ट्रॉफी) जीत ली है। मतलब एक और वर्ल्ड कप (World Cup) का ख़िताब हमारे हाथ लगा है। और सोने पर सुहागा ये कि इस टीम (Team) ने पाकिस्तान (Pakistan) को बुरी तरह से हराया। पहले खेलते हुए पाकिस्तान (Pakistan) ने 6 विकेट पर 155 रन अपने 20 ओवरों में बनाये। इंडिया (INDIA) ने ये लक्ष्य सिर्फ़ पाँच विकेट खो के 19|1 ओवर में पूरा किया। इस फाइनल (Final) का पूरा हाल हम आपको बतायें इससे पहले हम आपको इसका बैकग्राउंड (Bachground) बता दें। हुआ यूँ कि इस फाइनल (Final) से पहले लीग स्टेज में इंडिया पाकिस्तान (India vs Pakistan) से भिड़ी थीं। और उस मैच में इंडिया पाकिस्तान (India vs Pakistan) से बुरी तरह हारी थी। अब पाकिस्तान (Pakistan) ये मौक़ा कहाँ छोड़ने वाले थे। T20 का दर्द अभी तक उनके सीने में था। ऐसे में उनके पुराने बल्लेबाज़ Younis Khan (यूनुस खान) ने एक कमेंट किया। Younis Khan (यूनुस खान) ने कहा कि हमने इंडिया (INSIA) से वर्ल्ड कप (World Cup) की हार का बदला ले लिया है। उनका दिन था, इंडिया (INDIA) चुप रहा। पर फाइनल (Final) में सूत समेत इंडिया (INDIA) ने पाकिस्तान (Pakistan) को हराया। और एक तरह से ये दिखाया कि मौक़े पर जीतना के मज़ा कुछ और ही होता है। दस बार हम लीग में मैच हारने को तैयार हैं, अगर हम फाइनल (Final) हर बार जीतते रहें। ऐसे में Irfan Pathan (इरफ़ान पठान) का एक फोटो बड़ा वायरल हुआ है। इस फोटो को देखिए : इसमें Irfan Pathan (इरफ़ान पठान) ट्रॉफ़ियों के रूप में कई बाल्टी उठाये हुए हैं। जैसे गाय का सारा दूध निकाल लिया। और केप्शन है: पड़ोसियों संडे कैसा रहा। अब Irfan Pathan (इरफ़ान पठान) समय समय पर पाकिस्तान (Pakistan) पर तंज कसा करते हैं। उनका पाकिस्तान (Pakistan) के दौरे पर कुछ ख़राब अनुभव रहे हैं। इसलिए वो पाकिस्तान से हमेशा खार खाते हैं। फाइनल में इरफ़ान के इस कमजोरी का पूरा लाभ कप्तानYuvraj Singh (युवराज सिंह) ने उठाया। Yuvraj Singh (युवराज सिंह)ने टूर्नामेंट से पहले इरफ़ान से कहा था की में उम्मीद करता हूँ कि तुम छक्के मारोगे। तुमसे बोलिंग नहीं करवाऊँगा। पर पाकिस्तान के ख़िलाफ़ फाइनल (Final) था तो Yuvraj Singh (युवराज सिंह) ने Irfan Pathan (इरफ़ान पठान) से तीन ओवर करवाए। और इन तीन ओवरों में Irfan Pathan (इरफ़ान पठान) ने Younis Khan (यूनुस खान) का बेशक़ीमती विकेट लिया। Younis Khan (यूनुस खान) ने 7 ही रन बनाये थे, जब Irfan Pathan (इरफ़ान पठान)  ने उन्हें बोल्ड आउट किया। उन्हें आउट करके Irfan Pathan (इरफ़ान पठान)  ऐसे दहाड़े, जिससे पूरा बर्मिंघम स्टेडियम हिल गया। Irfan Pathan (इरफ़ान पठान) ने अपने ३ ओवरों में सिर्फ़ 12 रन देकर एक तरह से मैच का रूख ही बदल दिया। वैसे Irfan Pathan (इरफ़ान पठान) का ये दावा भी है कि जिस बड़े मुक़ाबले में वो अपने भाई Younis Khan (यूनुस खान) के साथ खेलते हैं, वो मैच इंडिया (INDIA) कभी नहीं हारता। फाइनल (FInal) जीतने के बाद दोनों पठान बंधुओं ने अपने को तिरंगे में लपेट लिया। बग़ल में थे कप्तान Yuvraj Singh (युवराज सिंह)। वो Yuvraj Singh (युवराज सिंह) जिन्होंने सेमीफ़ाइनल (Semi-final) में ऑस्ट्रेलिया (Australia) को ऐसा धोया था कि लोगों को पुराना Yuvraj Singh (युवराज सिंह) याद आ गया। Yuvraj Singh (युवराज सिंह) ने सिर्फ़ 25 गेंदों में 59 रन बनाये थे, जिसमें 4 चौके और 5 छक्के थे। इसके रहते इंडिया (INDIA) ने विशाल 254 रनों का स्कोर बनाया था। वैसे अगर Yuvraj Singh (युवराज सिंह) की उपलब्धियों गिनवायी जायें तो आदमी थक जाएगा, पर उपलब्धियों ख़त्म ना होंगी। पहले अंडर 15 का वर्ल्ड कप (World Cup) जीता। फिर अंडर 19। फिर T20 का पहला वर्ल्ड कप 2007 (World Cup 2007) में। फिर 2011 का ODI का वर्ल्ड कप (World Cup)। फिर चैम्पियंस ट्रॉफी 2013 (2013 ICC Champions Trophy) में। आईपीएल ट्रॉफी (IPL Trophy)। Duleep Trophy (दिलीप ट्रॉफी)। T10 League (टी-10 लीग)। रोड सेफ्टी ट्रॉफी (Road Safety Trophy)। और अब वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स ट्रॉफी (World Championship of Legends Trophy)। देखिए Yuvraj Singh (युवराज सिंह) को ट्रॉफी (Trophy) उठाते हुए। फाइनल (Final) में बुजुर्ग इंडियंस के लिए Ambati Rayudu (अंबाती रायडू) ने नायब पारी खेली। उन्होंने 30 गेंदों में 50 रन बनाये। पाकिस्तानी तो अब बच्चों को ये कह के सुलाते हैं, सो जा नहीं तो इंडिया आ जाएगा।